शयनकक्ष
आपका शयनकक्ष प्रशान्ति का आश्रय होना चाहिए। स्वयं के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए आवश्यक मात्रा में नींद लेना महत्वपूर्ण है। व्यक्ति दिन भर मेहनत करता है और रात को चैन की नींद सोना चाहता है। ऐसे में जब हम घर बनाते हैं तो हमारा पूरा ध्यान अपने शयनकक्ष पर होता है क्योंकि रात को चैन की नींद सोने के बाद ही हम अगले दिन फिर से ज्यादा उत्साह के साथ काम पर जाएंगे।
महिलाओं के लिए, संतुलन बनाना विशेष रूप से कठिन हो सकता है। आपसे अपेक्षा की जाती है कि आप अपना करियर बनाए रखें, अपने बच्चों की परवरिश करें, स्वस्थ रहें और अपने सभी अन्य जुनून और शौक को बनाए रखें। इससे सोने के लिए ज्यादा समय नहीं बचता।
✔️*दिशा*
सही ढंग से निर्मित शयनकक्ष होने से आप अपने तनाव के स्तर को कम कर सकते हैं।
व्यक्ति जिस शयन कक्ष का निर्माण करने जा रहा है वह यदि वास्तु सम्मत है तो नींद भी सुखमय आएगी और जीवन सुखी व समृद्धशाली होगा। परन्तु यदि वह वास्तु के प्रतिकूल हुआ तो नींद के साथ व्यक्ति का सुख चैन भी छिन जाएगा। इसलिए वास्तु शास्त्री शयनकक्ष के वास्तु पर बहुत ध्यान देते हैं।
यहां मैं भारतीय वास्तु शास्त्र के सामान्य नियमों पर प्रकाश डाल रहा हू। हालाँकि, यहां दिए गए सुझाव व्यक्ति की व्यक्तिगत कुंडली विन्यास पर निर्भर करते हैं। वास्तु सुझाव का निर्णय व्यक्ति को अपनी व्यक्तिगत कुंडली के आधार पर करना चाहिए।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार सामान्यतः शयन कक्ष को घर के मध्य से, जिसे ब्रह्म-स्थान कहा जाता है वहां से, नीचे बताई गई दिशाओं में बनवाना चाहिए।
- दक्षिण दिशा में वायव्य की ओर।
- पश्चिम दिशा में वायव्य की ओर।
- पश्चिम दिशा में नैरृत्य की ओर।
- बच्चो एवं अविवाहित का शयन कक्ष पूर्व दिशा में होना चाहिए। इस दिशा में नव॑विवाहित जोड़ों का या युवा लिवइन कपल का शयन कक्ष नहीं होना चाहिए वरना परिवार पर संकट आ सकते है।
- दक्षिण अथवा नैरृत्य में शयनकक्ष विवाहित और छोटे बच्चों के लिए उपयुक्त होता है।
- घर के स्वामी का शयनकक्ष मुख्य रूप से नैऋत्य या पश्चिम दिशा में होना चाहिए। इससे उनके जीवन में स्थिरता और स्वास्थ्य आता है।
- यदि शयन कक्ष में शेड (टांड) बनाना हो तो उसे पश्चिम या दक्षिण की दीवार पर बनवाएं। हालांकि इसके नीचे बेड न रखें।
- १२ वर्ष के नीचे के संतान को उत्तर के कक्ष में सुलाने से वह परिवार का नाम रोशन करते है। आग्नेय कोण में बच्चों का शयनकक्ष बनाया जा सकता है।
- ईशान कोण में सिर्फ घर का मंदिर होना चाहिए। बच्चे, युवा और कपल के लिए ये दिशा वर्जित है। इस कोने के शयनकक्ष में यदि कोई कमाने वाला व्यक्ति, पति-पत्नी, अन्य दंपत्ति, बच्चे या युवक सोते हैं तो उनके सभी कार्यों में बाधा, तलाक या जुदाई, विवाह में देरी, आर्थिक या व्यावसायिक प्रगति में बाधा और मानसिक अशांति हो सकती है। ईशान कोण में शयनकक्ष नहीं बनाना चाहिए। इससे रोग और क्लेश घर में आते है।
- पूर्व व उत्तर दिशा के शयन कक्ष स्वास्थ्य के लिए अति उत्तम होते हैं। अस्वस्थ व्यक्ति इस शयनकक्ष में रहे तो उनके स्वास्थ्य में लाभ हो सकता है।
- शयनकक्ष का नैरृत्य कोण अलमारी या भारी फर्नीचर से वजनदार करना चाहिए।
- घर के आग्नेय कोण में दूसरी संतान के सोने से घर में अनंत सुखों की वर्षा होती है।
- घर के वायव्य कोण में तीसरी संतान सोती है तो वह संतान उन्नति करती है और समाज में कीर्तिमन्त होती है।
- कुंवारी कन्या व मेहमानों का शयनकक्ष वायव्य कोण में होना चाहिए। इससे मेहमान अधिक नहीं ठहरेंगे तथा कन्या का विवाह शीघ्र हो सकता है।
✔️*पलंग*
- पलंग का सिरहाना हमेशा दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए।
- यदि सिरहाना दक्षिण की ओर हो तो पलंग का सिरा दक्षिण की दीवार को छूता हुआ होना चाहिए।
- पलंग का सिरहाना विशेष परिस्थिति में पश्चिम की ओर हो सकता है।
- यदि सिरहाना पश्चिम में हो तो पलंग का सिर पश्चिम की दीवार को छूता हुआ होना चाहिए।
- विद्यार्थियों को पश्चिम दिशा में सिर करके सोना चाहिए। इससे पढ़ाई में उनकी एकाग्रता बढ़ सकती है।
- पलंग का सिरहाना विशेष परिस्थिति में पूर्व की ओर हो सकता है।
- यदि सिराहना पूर्व की ओर हो तो पलंग दीवार से थोड़ा हटकर होना चाहिए।
- ६० वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों का माथा पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। यह अच्छी निद्रा और आध्यात्मिक उन्नयन के लिए अच्छा रहता है।
- पलंग का सिरहाना किसी भी परिस्थिति में उत्तर की ओर नहीं होना चाहिए।
- उत्तर दिशा का सीधा संबंध चुंबकीय ध्रुव से है। इस दिशा में सिर रखने से सिरदर्द, चिंता, अनिद्रा आदि का सामना करना पड़ता है।
- पलंग बेडरूम के दरवाजे के ठीक सामने नहीं होना चाहिए। यह मन को अशांत करेगा और चिंता पैदा करेगा।
- शयनकक्ष में यदि बीम है तो उसके नीचे पलंग नहीं रखना चाहिए।
- दर्पण का प्रतिबिंब पलंग पर नहीं पड़ना चाहिए। यहां यह जीवनसाथी या बिस्तर पर सोने वालों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
- पलंग के पीछे मजबूत दीवार होनी चाहिए। पलंग के पीछे रिक्त स्थान, प्लाई की दीवार या खिड़की नहीं होनी चाहिए।
- नए गद्दे से रात को अच्छी नींद लेने में मदद मिल सकती है। यदि आपके पास लंबे समय से वर्तमान गद्दा है, और यह बहुत गांठदार, कठोर या नरम है, तो यह आपको सोने के लिए पर्याप्त आरामदायक होने से रोक देगा।
✔️*शयन कक्ष का प्रवेश द्वार*
- शयनकक्ष के प्रवेश द्वार में केवल एक ही दरवाजा होना चाहिए।किसी भी स्थिति में शयनकक्ष का दरवाजा पश्चिम दिशा की ओर नहीं खुलना चाहिए। लेकिन अगर शयनकक्ष का द्वार पश्चिम की तरफ खुलता है तो एक द्वार पूर्व की तरफ भी खुलना चाहिए और उत्तर एवं पूर्व दिशा में खिड़की होनी चाहिए।
- शयनकक्ष के दरवाजे के ठीक सामने पलंग नहीं होना चाहिए, इससे मानसिक अशांति और अनावश्यक चिंताएं मनुष्य को घेर लेती हैं।
- सोते समय मुख्य द्वार की ओर पैर नहीं रखना चाहिए क्योंकि मृत्यु के बाद मुख्य द्वार की ओर पैर करके लिटाया जाता है।
✔️*रंग*
शयनकक्ष का रंग उसके मुख्य निवासी की कुंडली अनुसार होना चाहिए. परन्तु यहाँ सामान्य नियम दिए गए है जो व्यक्तिगत कुंडली अनुसार अलग परिणाम दिखा सकते है।
- हल्का गुलाबी, हल्का पीला और हल्का नीला रंग शयनकक्ष के लिए उपयुक्त हैं। ये रंग निवासियों के बीच प्रेम और सद्भाव को बढ़ाते हैं।
- आजकल बेडरूम में एकसाथ कई रंग लगाने का चलन है जो कि गलत है। उदाहरण के लिए, पीला रंग बृहस्पति का प्रतीक है और गुलाबी रंग शुक्र का प्रतीक है। ये दोनों ग्रह एक दूसरे के शत्रु ग्रह हैं। इसलिए वास्तु शास्त्र के अनुसार दीवार पर पेंटिंग कराने के बाद परिणाम हानिकारक हो सकते हैं। शयनकक्ष की दीवार का रंग निवासी के लिए उसकी कुंडली के अनुसार कौन सा ग्रह शुभ है, इस पर विचार करके चुनें।
- कई वास्तु शास्त्री कहते है की शयन कक्ष या घर की दक्षिण की दिवार लाल रंग की होनी चाहिए। परन्तु यह भूल है। लाल रंग आक्रामकता बढ़ाता है। शयन कक्ष में लाल रंग की दिवार वहां के निवासिओं के बिच बहस, झगड़ा या विवाद बढ़ाते और परिवार के मतभेद परिवार को अलग करते पाए गए है।
- बेडरूम में पर्दे हल्के रंग के होने चाहिए क्योंकि इनसे मन को शांति मिलती है।
- बुजुर्गों के कमरे में पीले रंग की चादर का प्रयोग करे।
- छात्रों के कमरे में हरे रंग की चादर का प्रयोग करे।
- लेखक व बुद्धिजीवी के कमरे में नीले रंग की चादर का प्रयोग करे।
- नवविवाहितों के कमरे में लाल या गुलाबी रंग की चादर का प्रयोग करे।
ग्रह की प्रधानता के अनुसार रंग का चयन –
- सूर्य – पीला, सुनहरा, ब्रॉन्ज़, चमकीला सफ़ेद, गोल्डन ब्राउन, हरा, भूरा
- चंद्र – हल्का पीला, मोतिया सफ़ेद, अंगूरी, कपूर सा सफ़ेद, हल्के से गहरा हरा, क्रीम
- मंगल – रक्त लाल, गुलाबी, लाल, किरमिजी
- बुध – सभी रंगों के हल्के शेड, सफेद, चमकीला हरा, सभी प्रकार के हरे रंग, स्लेटी
- बृहस्पति – पीला, गुलाबी, बैंगनी, किरमिजी, सुनहरा पीला
- शुक्र – गुलाबी, चांदी जैसा सफेद, गुलाब का रंग, आसमानी, चॉकलेटी
- शनि – गहरा नीला, भूरा, गहरा स्लेटी, एकदम शुभ्र, जामुनी, सूर्यास्त की आभा वाला, सुनहरा काला, रुपहली धारियों वाला काला
✔️*नकद तिजोरी, अलमारी और दर्पण*
- कोशिश करें कि पैसे या गहने (तिजोरी/लॉकर) रखने की जगह बेडरूम में न हो।
- लेकिन आज के दौर में यह सबसे सुरक्षित जगह है। ऐसी स्थिति में तिजोरी को शयन कक्ष के दक्षिण दिशा में इस प्रकार रखें कि तिजोरी का मुख्य द्वार उत्तर दिशा की ओर खुले।
- शयन कक्ष में आजकल ड्रेसिंग रूम अलग से बनाने का चलन है। यदि ऐसा है तो कक्ष के नैरृत कोण, वायव्य कोण, पश्चिम व दक्षिण में अलमारी बनाई जा सकती है।
- शयन कक्ष की अलमारी का दरवाजा नैरृत्य या दक्षिण दिशा की ओर नहीं खुलना चाहिए।
- बेडरूम में दर्पण नहीं लगाना चाहिए। हालांकि, अगर ड्रेसिंग टेबल या अलमारी के दरवाजे पर एक दर्पण लगा हुआ है, तो अलमारी को उत्तर दिशा में रखें कि दर्पण पूर्व की ओर खुल जाए। यदि यह एक स्वतंत्र दर्पण है, तो इसे पश्चिम में इस प्रकार लगाएं कि इसका मुख पूर्व की ओर हो।
- दर्पण का प्रतिबिंब पलंग पर नहीं पड़ना चाहिए। यहां यह जीवनसाथी या बिस्तर पर सोने वालों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
- आपके कमरे में बहुत अधिक गंदगी और अव्यवस्था वास्तव में नींद की कमी का कारण बन सकती है। कपड़ों की विशाल व्यवस्था, जैसे सुव्यवस्थित वार्डरोब और दराजें रखकर, आप न केवल एक स्वच्छ स्थान बना सकते हैं, बल्कि एक स्वच्छ मन भी बना सकते हैं।
✔️*दीवार की घड़ी*
- शयन कक्ष में घड़ी को पूर्व, पश्चिम या उत्तर की दीवार पर लगाना चाहिए।
✔️*पूजा स्थल*
- हो सके तो शयनकक्ष में मंदिर न बनाएं।
- यदि शयन कक्ष में पूजा स्थल (घर का मंदिर) बनाना हो तो उसे कमरे के ईशान कोण में बनाना चाहिए।
- रात को इसे पर्दे से ढक देना चाहिए।
- सोते समय सिर पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए जिससे पैर मंदिर की ओर नहीं होंगे।
✔️*इलेक्ट्रॉनिक उपकरण*
- टीवी, हीटर, म्यूजिक सिस्टम आदि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बेडरूम के आग्नेय या दक्षिण में ऱखने चाहिए।
- बेडरूम के पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व में कूलर या एयर कंडीशन लगाना चाहिए। जगह की कमी के कारण इसे वायव्य कोण में भी लगाया जा सकता है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स रोजमर्रा की जिंदगी का मुख्य हिस्सा बन रहे हैं, और उन्हें शयनकक्ष में रखना एक ऐसी चीज हो सकती है जिस पर आप पुनर्विचार करना चाहेंगे, क्योंकि इन उपकरणों से निकलने वाली रोशनी आपकी नींद पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
✔️*सामान्य समझ*
- शयनकक्ष एक बहुत ही निजी जगह है। वहां किसी अतिथि को बैठने भी नहीं देना चाहिए। ऐसा देखा गया है कि कपल अपने माता-पिता या मेहमानों को अपने बेडरूम में सोने को प्राथमिकता देते हैं। कभी-कभी अगर जोड़े के घर माता-पिता या भाई-बहन या कोई और मेहमान आ रहा हो तो एक साथी किसी दूसरे कमरे में सोएगा और दूसरा साथी मेहमानों के साथ उनके प्राइमरी बेडरूम में सोएगा। इसके कारण वास्तु या बेडरूम की ऊर्जा दंपति के बीच कलह, दूरी या अलगाव लाने लगती है।
- बेडरूम में कपल्स के अच्छे समय की रोमांटिक तस्वीरें लगानी चाहिए। यह उनके बीच सामंजस्य स्थापित करेगा।
- दंपति की पसंद की खुशबू बेडरूम में व्याप्त होनी चाहिए। इससे मन प्रसन्न रहता है और गहरी नींद आती है।
- यदि घर में एक से अधिक मंजिलें हैं तो मकान के मालिक को सबसे ऊपरी मंजिल में रहना चाहिए। आमतौर पर सबसे ऊपरी मंजिल नवविवाहित जोड़े को दी जाती है जो कि गलत है। यह निरंकुश हो सकता है और कलह पैदा कर सकता है। कुछ मामलों में यह बेडरूम बड़े बेटे को दिया जा सकता है अगर घर का मालिक वहां नहीं रह सकता है।
- शयन कक्ष में लंच, डिनर, नाश्ता आदि नहीं करना चाहिए। इससे पैसे का दुर्व्यय, क्लेश और दरिद्रता को आवाहन मिलता है।
- किसी भी समय शयनकक्ष में सामान, कपड़े, भोजन, पेय पदार्थ, कुर्सियाँ या अन्य कोई वस्तु बिखरी हुई नहीं रखनी चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो जाता है और उस कमरे में रहने वाले लोगों के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है जैसे आय में कमी, खर्चों में वृद्धि, बढ़ते झगड़े और अशांति, अगर मालिक व्यापारी है तो व्यवसाय कम होना, नौकरी में असफलता, स्वास्थ्य बिगड़ना या बार-बार स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होना, छात्रों को मेहनत से पढ़ाई करने के बाद भी अच्छे परिणाम न मिलना आदि।
- शयन कक्ष में मछलीघर (एक्वेरियम) नहीं रखना चाहिए।
- शयनकक्ष में पीने के पानी की व्यवस्था पलंग के दाहिनी ओर होनी चाहिए। यानी अगर आप पलंग के सिरहाने पर पीठ टिका कर बैठते हैं तो अपने दाहिनी ओर पीने के पानी का जग रखें।
- घर के मुखिया का शयनकक्ष बच्चों के शयनकक्ष से बड़ा होना चाहिए। अन्यथा बच्चे आज्ञाकारी नहीं होंगे और मनमानी करेंगे।
- शयन कक्ष में शौचालय नहीं होना चाहिए। हालांकि, मौजूदा चलन को देखते हुए इसे बनवाना है तो इसे बेडरूम के उत्तर या पश्चिम हिस्से में बनाना चाहिए।
- शयनकक्ष में हल्की रोशनी होनी चाहिए जिससे परिवार में प्रेम भाव बना रहता है।
- यदि आप शयनकक्ष में मेज और कुर्सी रखना चाहते हैं तो पुरुषों के लिए नैरृत्य कोण में और महिलाओं के लिए पश्चिम में लगाए। दोनों परिस्थितियों में पढ़ाई या ऑफिस का काम करते समय मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए।
- शयनकक्ष में शराब नहीं पीना चाहिए। यह दरिद्रता, अहंकार और वीरानी लाता है।
- शयनकक्ष में तेल के डिब्बे, मूसल, दवाएँ व कीटनाशक दवाएँ नहीं होनी चाहिए। यदि कभी रखनी पड़े तो ढँक कर रखे और जल्द से जल्द उसे वहां से हटा दे।
- शयनकक्ष में कसरत का सामान नहीं रखना चाहिए। इससे रोमांस खत्म हो जाता है।
- यदि दांपत्य जीवन में रोमांस की कमी है तो शयनकक्ष की उत्तर दिशा में नीले रंग की पेंटिंग या परदे लगाने चाहिए।
- शयनकक्ष में पूर्व-प्रेम या पूर्व-विवाह की कोई वस्तु, चित्र या स्मृति नहीं होनी चाहिए। यह वर्तमान प्रेम या वर्तमान विवाह में अलगाव ला सकता है।
✔️*माप*
- वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम की लंबाई और चौड़ाई ऐसी होनी चाहिए कि नौ से गुणा करने और आठ से भाग देने पर तीन या पांच शेष रह जाएं।
- यदि तीन शेष हो तो घर के केंद्र से दक्षिण दिशा में शयन कक्ष बनाने से शत्रु पर विजय प्राप्त होती है। यह वित्तीय और भौतिक सुख का भी संकेत देता है।
- शेष पांच हो तो घर के केंद्र से पश्चिम दिशा में बने शयन कक्ष के परिणाम से आर्थिक सफलता मिलती है।
BEDROOM
Your bedroom should be a haven of tranquility. It is important to get the required amount of sleep in order to perform at your best. A person works hard throughout the day and wants to sleep peacefully at night. In such a situation, when we build a house, our full attention is on our bedroom because only after a peaceful sleep at night, we shall go to work again the next day with more enthusiasm.
For women, striking a balance can be especially difficult. You are expected to maintain your career, raise your children, stay healthy, and maintain all of your other passions and hobbies. This does not leave much time for sleeping.
✔️*DIRECTION*
Having a properly designed bedroom can help you reduce your stress levels.
If the bedroom that a person is going to construct is Vastu-compliant, then sleep will also be pleasant and life will be happy and prosperous. But if it is against Vastu, then along with sleep, the person’s happiness and peace will also be snatched away. That’s why Vastu Shastri pays a lot of attention to the Vastu of the bedroom.
Here, I am highlighting the general principles of Bharatiya Vastu Shastra. However, the suggestions given here depend on the individual’s personal horoscope configuration. One should decide Vastu suggestion based on their personal Horoscope.
- According to Vastu Shastra, generally the bedroom should be made from the middle of the house, which is called Brahma-sthan, in the directions mentioned below.
Towards the northwest in the south.
Towards the northwest in the west.
Towards the southwest in the west. - The bedroom of children and unmarried should be in the East. There should not be bedroom of a newly married couple or young live-in couple in this direction, otherwise there may be problems in the family.
- Bedroom in the south or southwest is suitable for married and young children.
- The bedroom of the master of the house should mainly be in the southwest or west. This brings stability and health in their lives.
- If a shed is to be made in the bedroom, then make it on the west or south wall. However, do not keep the bed under it.
- By making children below 12 years of age sleep in the north side bed room, they bring glory to the family. Children’s bedroom can be made in the southeast.
- Only the temple of the house should be in the Northeast corner. This direction is forbidden for children, youth and couples. If an earning person, spouse, other couple, children or young person sleeps in the bedroom of this corner, then there may be obstacles in all their work, divorce or separation, delay in marriage, hindrance in financial or professional progress and mental disturbance. Bedroom should not be made in the northeast. Due to this, diseases and troubles come in the house.
- The bedrooms in the east and north direction are very good for health. If an unwell person stays in this bedroom, his health can be benefited.
- The southwest corner of bedroom should be weighed down by cupboards or heavy furniture.
- Sleeping of second child in the southeast corner of the house brings endless happiness in the house.
- If the third child sleeps in the northwest corner of the house, then that child progresses and becomes famous in the society.
- The bedroom of the unmarried girl and the guests should be in the northwest corner. Due to this, the guests will not stay more and the marriage of the girl can happen soon.
✔️*Bed*
- The head of the bed should always be towards the south.
- If the headboard is on the south side, then the head of the bed should be touching the south wall.
- The head of the bed can be on the west side under special circumstances.
- If the headboard is on the west side, then the head of the bed should be touching the west wall.
- Students should sleep with their head in the west. It can increase their concentration in studies.
- The head of the bed can be on the east side under special circumstances.
- If the headboard is towards the east, then the bed should be slightly away from the wall.
- Head of the elders above 60 should be towards the east. It is good for good sleep and spiritual upliftment.
- The head of the bed should not be towards the North under any circumstances.
- North direction is directly related to the magnetic pole. Keeping head in this direction will encounter headache, anxiety, insomnia etc.
- The bed should not be directly in front of the bedroom door. It will unrest the mind and create worries.
- If there is a beam in the bedroom, then the bed should not be kept under it.
- The reflection of the mirror should not fall on the bed. Here it can be harmful for the health of the spouse or those sleeping on the bed.
- There should be a strong wall behind the bed. There should be no empty space, ply wall or window behind the bed.
- A new mattress can help you get a good night’s sleep. If you have had your current mattress for a long time, and it is too lumpy, hard or soft, it will prevent it from being comfortable enough for you to sleep on.
✔️*Bedroom entry door*
- There should be only one door in the entrance of the bedroom. Under no circumstances the door of the bedroom should open towards the west. However, if the door of the bedroom opens towards west then one door should also open towards east and there should be window in north and east direction.
- The bed should not be right in front of the bedroom door, because of this mental disturbance and unnecessary worries surround the person.
- One should not keep feet towards the main door while sleeping because after death one is made to lie down with feet towards the main door.
✔️*Color*
The color of the bedroom should be according to the horoscope of its main resident. But here are the general rules which may show different results according to individual horoscope.
- Light pink, light yellow and light blue are suitable colors for the bedroom. These colors enhance love and harmony among the residents.
- Nowadays there is a trend of applying multiple colors in the bedroom which is wrong. For example, yellow symbolizes Jupiter and pink symbolizes Venus. Both these planets are enemy planets of each other. That’s why according to Vastu Shastra, after getting the painting done on the wall, the results can be harmful. Choose the color of the bedroom wall considering which planet is auspicious for the resident as per his horoscope.
- Many Vastu Shastri say that the south wall of the bedroom or house should be of red color. But this is wrong. Red color increases aggression. Red colored wall in the bedroom has been found to increase debate, quarrel or dispute among the residents and family differences have been found to separate the family.
- Curtains in the bedroom should be light in color as they will bring peace of mind.
- Use a yellow sheet in the room of the elderly.
- Use a green sheet in the students’ room.
- Use a blue sheet in the room of writers and intellectuals.
- Use red or pink bed sheet in the room of the newlyweds.
Selection of color according to the predominance of the planet –
- Sun – Yellow, Golden, Bronze, Bright White, Golden Brown, Green, Brown
- Moon – pale yellow, pearl white, orange, camphor white, light to dark green, cream
- Mars – blood red, pink, scarlet, crimson
- Mercury – light shades of all colors, white, bright green, all shades of green, gray
- Jupiter – yellow, pink, violet, crimson, golden yellow
- Venus – pink, silvery white, rose color, sky blue, chocolaty
- Saturn – dark blue, brown, dark gray, stark white, purple, sunset aura, golden black, black with silver stripes
✔️*Cash vault, Wardrobe & Mirror*
- Try that the place to keep money or jewelry (safe/locker) is not be in the bedroom.
- But in today’s era, it is the safest place. In this situation, keep the vault in the South of the bedroom in such a way that the main door of the vault opens towards the North.
- Nowadays there is a trend of making a separate dressing room in the bedroom. If so, then a wardrobe can be made in the north, north-west, west and south of the room.
- The wardrobe door of the bedroom should not open towards the southwest or south.
- Mirror should not be placed in the bedroom. However, if there is a mirror fixed on the door of dressing table or wardrobe, place the wardrobe in the North that the mirror should open towards the East. If it is an independent mirror, place it in the west such that it faces the East.
- The reflection of the mirror should not fall on the bed. Here it can be harmful for the health of the spouse or those sleeping on the bed.
- Too much dirt and clutter in your room can actually lead to lack of sleep. By keeping spacious clothing arrangements, such as well-organized wardrobes and drawers, you can create not only a clean space, but a clean mind.
✔️*Wall clock*
- The clock should be placed on the east, west or north wall in the bedroom.
✔️*Temple*
- If possible, do not make a temple in the bedroom.
- If a place of worship (home temple) has to be made in the bedroom, it should be made in the northeast of the room.
- It should be covered with a curtain at night.
- While sleeping, the head should be towards the east so that the feet will not be towards the temple.
✔️*Electronic Equipments*
- Electronic equipment like TV, heater, music system etc. should be kept in the southeast or south of the bedroom.
- Cooler or air condition should be installed in the East, North or Northeast of the bedroom. Due to lack of space, it can also be planted in the Northwest.
- Electronics are becoming a staple of everyday life, and having them in the bedroom may be something you want to reconsider, as the light emitted from these devices can negatively impact your sleep.
✔️*General Understanding*
- Bedroom is a very private place. No guest should be allowed to even sit there. It is observed that a couple gives priority to theri parents or guests to sleep in their bedroom. Sometimes, if the parents or siblings or any other guest is visiting the couple, then one partner will sleep in some other room and the other partner will sleep with the guests in their primary bedroom. Due to this Vastu or the energy of the bedroom starts bringing discord, distance or separation between the couple.
- Romantic photos of the good times of couple should be displayed in the bedroom. It will fetch harmony between them.
- The fragrance of the couple’s choice should pervade the bedroom. It calms the mind and induces deep sleep.
- If the house has more than one floors, the house owner of the house should stay in the upper most floor. Usually the upper most floor is given to newly married couple which is wrong. This can become autocratic and create discord. In some cases this bedroom can be given to the elder son if the owner of the house cannot stay there.
- Lunch, dinner, breakfast etc. should not be done in the bedroom. This gives an appeal to wastage of money, tribulation and poverty.
- At no time should luggage, clothing, food, drinks, chairs, or anything else be strewn about in the bedroom. Because of this, negative energy gets stagnated in the house and there are adverse results on the life of the people living in that room, such as low income, increase in expenses, rising quarrels and disturbance, if the owner is a businessman, then there is less business, failure in job, deteriorating health or frequent health issues, students not getting gaining good good results even after studying hard, etc.
- Aquarium should not be kept in the bedroom.
- The arrangement of drinking water in the bedroom should be on the right side of the bed. That is, if you sit with your back resting on the head of the bed, then keep a jug of drinking water on your right side.
- The bedroom of the chief of the house should be bigger than that of children. otherwise children will not be obedient and will be arbitrary.
- There should not be a toilet in the bedroom. However, following the current trend, of it has to be made, then it should be made in the North or West part of the bedroom.
- There should be light lighting in the bedroom so that love remains in the family.
- If you want to place a table and chair in the bedroom, keep it in the Southwest for gents and in the West for ladies. In both the circumstances, while studying or doing office work, the face should be towards the East or North.
- One should not drink alcohol in the bedroom. It brings poverty, arrogance and desolation.
- There should not be oil cans, pestles, medicines and insecticides in the bedroom. If ever you have to keep it, keep it covered and remove it from there as soon as possible.
- Exercise equipment should not be kept in the bedroom. It ends the romance.
- If there is a lack of romance in married life, then blue colored paintings or curtains should be placed in the north direction of the bedroom.
- There should be no object, picture, or memory of ex-love or ex-marriage in the bedroom. It may bring separation in present love or present marriage.
✔️*Measurement*
- According to Vastu Shastra, length and width of the bedroom should be such that when multiplied by nine and divided by eight, three or five remain.
- If three is left, the result of the bedroom made in the south direction from the center of the house is victory over the enemy. It also indicates financial and physical happiness.
- If the remainder is five, the result of the bedroom built in the west direction from the center of the house brings economic success.